Thursday 9 June 2011

गीत - "ख़रामा - ख़रामा"

ये जीवन हमारा, आसां नहीं था,
चले हम ख़ुदाया , ख़रामा-ख़रामा.
(ख़ुदाया - With the grace of God, ख़रामा-ख़रामा - Graceful Walk)

ठुमक - ठुमक कर, बचपन में चलना,
कमर करधनी, पायल का बजना,
बचपन में जिसने, चलना सिखाया,
चले हम सदा फिर, ख़रामा-ख़रामा.

जो बाली उमरिया में, भरपूर जोश था,
आगोश दुनिया, करने का होश था,
बहकते उन क़दमों को, जो चलना सिखाया,
चलते गए हम, ख़रामा-ख़रामा.

जो जीवन में फिरसात फेरे लगाये,
कभी मुस्कुराये, कभी बुदबुदाये,
संग मिलकर के उसने था, चलना सिखाया,
चलते रहे हम , ख़रामा-ख़रामा.

जो अंतिम दिनों में, दहलीज़ पर थे,
बच्चों की माफ़िक, मजबूर हम थे,
बुढ़ापे ने राम-राम, जपना सिखाया,
पहुँच गए हम, ख़रामा-ख़रामा.

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